लखनऊ 11 अगस्त। आल इंडिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) के प्लेटिनम जुबली (75वें स्थापना दिवस) समारोह के अवसर पर कल 12 अगस्त को देश के विभिन्न राज्यों से लगभग 500 छात्र नेता तथा एआईएसएफ का विभिन्न अवधियों में नेतृत्व कर चुके और अब समाज के विभिन्न क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहे 200 पूर्व छात्र नेता ऐतिहासिक गंगा प्रसाद मेमोरियल हाल, अमीनाबाद में एकत्र होंगे।
प्लेटिनम जुबली समारोह के स्वागताध्यक्ष तथा भाकपा के प्रदेश सचिव डा. गिरीश ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि अंग्रेजी साम्राज्यवाद के विरूद्ध संघर्षों की ज्वाला से 12 अगस्त 1936 को लखनऊ के ऐतिहासिक गंगा प्रसाद मेमोरियल हाल, अमीनाबाद में आल इंडिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन का जन्म हुआ था। पं. जवाहर लाल नेहरू ने इस स्थापना सम्मेलन की अध्यक्षता की थी और मोहम्मद अली जिन्ना सम्मेलन में मुख्य अतिथि थे। महात्मा गांधी, रवीन्द्र नाथ टैगोर के शुभकामना संदेश आये थे। लखनऊ ही उस समय के जुझारू छात्र नेता स्वर्गीय प्रेम नारायण भार्गव प्रथम महासचिव निर्वाचित हुए थे।
एआईएसएफ ने न केवल स्वतंत्रता संग्राम को गति दी बल्कि भारतीय छात्र आन्दोलन को व्यापक रूप से संगठित कर स्वाधीनता संग्राम के साथ जोड़ने में ऐतिहासिक भूमिका अदा की। कल उसी ऐतिहासिक गंगा प्रसाद मेमोरियल हाल, अमीनाबाद में देश के विभिन्न क्षेत्रों के 700 सौ वर्तमान एवं पूर्व छात्र नेता जमा होकर शैक्षिक, आर्थिक, सामाजिक एवं राजनैतिक क्षेत्रों की चुनौतियों और छात्रों के जनवादी अधिकारों के हनन पर एक बार पुनः राष्ट्रीय स्तर पर जुझारू छात्र आन्दोलन खड़ा करने का संकल्प लेंगे। प्लेटिनम जुबली समारोह का उद्घाटन 12 अगस्त को पूर्वान्ह 11 बजे एआईएसएफ के पूर्व नेता न्यायमूर्ति हैदर अब्बास रज़ा करेंगे। इस अवसर पर लगाई जा रही फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन भाकपा के उप महासतिचव एस. सुधाकर रेड्डी प्रातः 10.30 बजे करेंगे।
प्लेटिनम जुबली समारोह के स्वागताध्यक्ष तथा भाकपा के प्रदेश सचिव डा. गिरीश ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि अंग्रेजी साम्राज्यवाद के विरूद्ध संघर्षों की ज्वाला से 12 अगस्त 1936 को लखनऊ के ऐतिहासिक गंगा प्रसाद मेमोरियल हाल, अमीनाबाद में आल इंडिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन का जन्म हुआ था। पं. जवाहर लाल नेहरू ने इस स्थापना सम्मेलन की अध्यक्षता की थी और मोहम्मद अली जिन्ना सम्मेलन में मुख्य अतिथि थे। महात्मा गांधी, रवीन्द्र नाथ टैगोर के शुभकामना संदेश आये थे। लखनऊ ही उस समय के जुझारू छात्र नेता स्वर्गीय प्रेम नारायण भार्गव प्रथम महासचिव निर्वाचित हुए थे।
एआईएसएफ ने न केवल स्वतंत्रता संग्राम को गति दी बल्कि भारतीय छात्र आन्दोलन को व्यापक रूप से संगठित कर स्वाधीनता संग्राम के साथ जोड़ने में ऐतिहासिक भूमिका अदा की। कल उसी ऐतिहासिक गंगा प्रसाद मेमोरियल हाल, अमीनाबाद में देश के विभिन्न क्षेत्रों के 700 सौ वर्तमान एवं पूर्व छात्र नेता जमा होकर शैक्षिक, आर्थिक, सामाजिक एवं राजनैतिक क्षेत्रों की चुनौतियों और छात्रों के जनवादी अधिकारों के हनन पर एक बार पुनः राष्ट्रीय स्तर पर जुझारू छात्र आन्दोलन खड़ा करने का संकल्प लेंगे। प्लेटिनम जुबली समारोह का उद्घाटन 12 अगस्त को पूर्वान्ह 11 बजे एआईएसएफ के पूर्व नेता न्यायमूर्ति हैदर अब्बास रज़ा करेंगे। इस अवसर पर लगाई जा रही फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन भाकपा के उप महासतिचव एस. सुधाकर रेड्डी प्रातः 10.30 बजे करेंगे।
1 टिप्पणी:
सम्मेलन की सफालता के लिए अग्रिम बधाई और शुभकामनायें।
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