गत १४ जून को उत्तर-प्रदेश राज्य कौंसिल २२,कैसरबाग़ , लखनऊ में राज्य के विभिन्न जिलों से आये हुए छात्रों ने "ऑल इंडिया स्टुडेंट्स फेडरेशन" की स्टुडेंट्स कैडर मीटिंग में भाग लिया! जहाँ डॉ.गिरीश शर्मा (जेनेरल सेकेरेटरी,कम्युनिस्ट पार्टी), श्री अभय मोहन टक्साल (जेनेरल सेकेरेटरी, AISF),श्री प्रदीप तिवारी(कोषाध्यक्ष एवं संपादक AISF जर्नल ),कॉमरेड अरविन्द ,डॉ. रामप्रसाद भारती एवं कॉमरेड आननद प्रकाश तिवारी समेत कई जिलों के विद्यार्थी सम्मिलित हुए.समेल्लन की अध्यक्षता दो युवा छात्रों द्वारा की गई.
ए.आई.एस.ऍफ़ महासचिव श्री अभय मोहन टक्साल जी ने संगठन के ७५ वर्ष पूरे होने के विषय में सभा को संबोधित किया. उन्होंने बताया कि "ऑल इंडिया स्टुडेंट्स फेडरेशन" का गठन १२ ऑगस्ट सन १९३६ ई. में किया गया और श्री प्रेम नारायण भार्गव जी इस संगठन के प्रथम महामंत्री नियुक्त हुए.लखनऊ के गंगा प्रसाद मेमोरियल हॉल के ऐतिहासिक महत्त्व कि चर्चा करते हुए श्री टक्साल ने बताया कि इसकी पहली सभा जो कि इस सभागार में आयोजित कि गई जहाँ मुख्य अतिथि मो. अली जिन्नाह तथा अध्यक्ष पंडित जवाहरलाल नेहरु जी रहे.राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी,राष्ट्रकवि रविंद्रनाथ टैगोरे जी सहित अन्य सभी महान स्वतंत्रता सेनानियों ने इस संगठन को अपने शुभकामना सन्देश प्रेषित किये तथा भगत सिंह ,राजगुरु,सुखदेव तथा अन्य साथी भी इस संगठन के सदस्य रहे.संगठन के इतिहास पर प्रकाश डालने के साथ ही साथ संगठन के लक्ष्यों पर भी चर्चा हुई.
१२ अगस्त २०११ को लखनऊ के गंगा प्रसाद मेमोरियल सभागार में संगठन कि ७५वी वर्षगाँठ राष्ट्रीय स्तर पर मनाने अवं संगठन के विस्तार हेतु ८ छात्र एवं छात्राओं की तात्कालिक समिति का गठन किया गया.श्री टक्साल ने यह भी बताया की संगठन हमारे देश में सकल घरेलु उत्पाद(G.D.P.) का ६% तथा राज्य बजट का १०% भाग शिक्षा पर खर्च किये जाने की मांग करता है जिससे अधिकाधिक मुफ्त शिक्षा का प्रबंध किया जा सके. देश में एक सामान शिक्षा प्रणाली लागू हो,शिक्षा के बाजारीकरण पर रोक लगे,छात्रों की सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने एवं युवाओं की राजनैतिक भागीदारी बढाने जैसे विषयों पर चर्चा की गई
आगामी १० जुलाई को स्टुडेंट्स कैडर की दूसरी मीटिंग सुनिश्चित की गई है जिसमे १२ ऑगस्ट २०११ को संगठन की ७५वी वर्षगाँठ के प्रबंध एवं संगठन विस्तार के विषय में विस्तृत रूप से चर्चा होगी. आप सभी युवा साथी इस सभा हेतु सादर आमंत्रित है.
धन्यवाद.
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संयोजिका